आशय स्पष्ट कीजिए-
(क) नम आँखों को गिनना स्याही फैलाना है|
(ख) फ़ादर को याद करना एक उदास शांत संगीत को सुनने जैसा है|
(क) लेखक के अनुसार फ़ादर की अंतिम विदाई में इतने लोग आये थे जिसका अनुमान लगाना भी मुश्किल है शायद इसका अंदाज़ा खुद फ़ादर को भी नहीं होगा कि वह इतनी आंखें नम कर जायगे| उन्होंने अपनी ममता और करुणा से इतने लोगों के दिल में जगह बना ली थी कि कोई भी अपने आंसू रोक नहीं पाया |
(ख) लेखक ने फ़ादर को याद करना एक उदास शांत संगीत सुनने जैसा इसलिए कहा क्योंकि जिस प्रकार उदास संगीत को सुनने पर मन को शान्ति का आभास होता है, आँखें भर आती हैं, जीवन के सुखद दिनों की स्मृति मन को छू जाती है उसी प्रकार फ़ादर को याद करना उनके साथ बिताये सुखद दिनों की याद दिला जाता है और उनका अब साथ न होना मन को उदासीनता से भर देता है |